Sunday, August 9, 2020

मुझे उनसे मोहब्बत नही हैं..SAD Love Story

 

मुझे उनसे मोहब्बत नही हैं.. 

वो कहती है, मुझे उनसे मोहब्बत नही है..

हाँ ! मुझे भी लगता है शायद मुझे उनसे मोहब्बत नहीं है...


 यादें उन दिनों की, जब हम एक साथ होते थे..

मोहब्बत की हर वो एक हसीं दास्तान अपने आँखों में संजोते थे...

मैं चुपचाप अपनी ख्वाहिशों को दबाता रह गया..

वो खुश रहे हमेशा वो ही फ़साना गुनगुनाता रह गया..

सोंचता था, वो जिसमे खुश रहे वो ही काम सही है...

और दोश्तों...

वो कहती है, मुझे उनसे मोहब्बत नही है..

हाँ ! मुझे भी लगता है शायद मुझे उनसे मोहब्बत नहीं है...

उसकी हुश्न की उल्फत में मैं इतना बेक़रार हो गया..

हर वक़्त उसे ही सोचने को, मैं लाचार हो गया...

उसकी बेबाक मोहब्बत में मैंने जन्नत को ठुकराया..

बाप से बदसलूकी की और जहन्नम को अपनाया..

कहता था ! है अगर तो अपने महबूब की गोद में ही हर खुशी है...

और दोश्तों...

वो कहती है, मुझे उनसे मोहब्बत नही है..

हाँ ! मुझे भी लगता है शायद मुझे उनसे मोहब्बत नहीं है...

 

उसके बत्तमिज़ियोंको मैंने हसकर अपनाया..

उसके नाज़--नखरो को मैंने सर-आँखों पर बैठाया..

उसके जाल-साज़ मोहब्बत में मैंने अपनों को ठुकराया..

इस झूठी मोहब्बत में मैंने, जाने कितने का दिल दुखाया...

जब अपनों को जरुरत थी मेरी, तो कहता मेरे पास वक़्त नहीं है..

और दोश्तों...

वो कहती है, मुझे उनसे मोहब्बत नही है..

हाँ ! मुझे भी लगता है शायद मुझे उनसे मोहब्बत नहीं है...  


है मुरीद सब शाकी के दर के..

मैंने खुद को उसका मुरीद बनाया..

उसके होंठो पे हर वक़्त तबस्सुम रहे..ये ज़ज्बात अपने दिल में जगाया...

भटकता रहा उसके यादों को लेकर, जहाँ का तहां, कहीं का कहीं..

और दोश्तों...

वो कहती है, मुझे उनसे मोहब्बत नही है..

हाँ ! मुझे भी लगता है शायद मुझे उनसे मोहब्बत नहीं है...


अब तुम ही बताओ यारो, क्या ये मोहब्बत है..

जहाँ एक इश्क में तबाह हो रहा है और दूसरा चैन की नींद सो रहा है..

वो ज़माना और था, जब इश्क में कुर्बानी दी जाती थी..

उन सदियों में मोहब्बत भी बड़ी सादगी से निभाई जाती थी...

आज तो बस ये इश्क, मोहब्बत और प्यार..

वक़्त गुजरने का जरिया है या तो है ये ब्यापार..

अगर सच में दोस्तों......

तुम्हे सच्ची मोहब्बत की तलाश ही है.

तो जा अपने मा के क़दमों में, पूरी कायनात की मोहब्बत बसी वही है...

उसका ही एक ऐसा दामन है, जिसमें मिलावट की मोहब्बत नही है..

जो सच्चे दिल से तुम्हें चाहती है और देती सलामती की दुआ सही है...

और मैं आज कहता हूँ...

मेरी मोहब्बत और मेरी कायनात बस मेरी मां ही है...

हाँ मुझे उससे मोहब्बत नहीं है..

यर बात सच है.....वो पगली सच कहती है..

अब शायद मुझे उससे मोहब्बत नही है..






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