मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,
झूठे ख़्वाब, झूठी तसल्ली दिखाने के बहाने आओ।
हलक तो अब शराब से गिला कर लेता हूं मैं अपना,
जाना, तुम बस मेरी जान सुखाने के बहाने आओ।
मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,
ज़ेहन में रख़कर अपनी बेवफ़ाई, आओ मिलो मुझसे,
मिल कर सारी शब-ए-कुर्बत भुलाने के बहाने आओ।
मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,
हर्फ़-हर्फ़ जोड़कर एक कहानी लिखी थी मेरी-तुम्हारी,
आओ, कहानी की उस किताब को जलाने के बहाने आओ।
मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,
कान-ओ-कान सुना मैंने, मेरी ख़ुशी तुम्हें बर्दाश्त नहीं,
चलो ऐसा करो, तुम मुझको रुलाने के बहाने आओ।
मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,
मुंतज़िर है तुम्हारी, साहिल से बस कुछ ही दूरी पर,
पहुंचने से पहले कश्ती मेरी, डुबाने के बहाने आओ।
मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,
पागल हूं मैं लिख देता हूं कुछ भी गुस्से में आकर 'NOOR’
चलो तुम गुस्सा छोड़कर, मुझे मनाने के बहाने आओ।
मोहब्बत ना सही, दिल दुखाने के बहाने आओ,....
Lovely 💐💐💐
ReplyDeleteThank you so much 😊
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