😍😍धुंधले ख्व़ाब😍😍
घिर आया अंधेरा आँखों में और सब मंजर धुँधलाये हैं..
ये वक़्त है दिल के डूबने का और शाम के गहरे शाए हैं..
ये वक़्त है दिल के डूबने का और शाम के गहरे शाए हैं..
धुंधले ख्वाब |
ये ज़रा ज़रा सी ख़ुशियाँ भी तो लाख जतन से मिलती हैं..
मत छेड़ो इन रेत के घरोंदो को, बड़ी मुश्किल से बन पाए हैं..
ये वक़्त है दिल के डूबने का और शाम के गहरे शाए हैं..
वो लम्हा दिल की अजियत का तो गुज़र गया, अब ज़रा सोचने दो..
क्या कहना होगा मुझे उनसे, जो इस ग़म-ए-हाल में भी ग़म का हाल पूछने आए हैं..
ये वक़्त है दिल के डूबने का और शाम के गहरे शाए हैं..
जलती हुई शमाओं ने अक्सर एहसास की राख को भड़काया है..
क़ुरबत में चमकते चेहरों को तन्हाई के दुःख याद आए हैं..
ये वक़्त है दिल के डूबने का और शाम के गहरे शाए हैं..
सोचों को तर-ओ-ताज़ा रखा है "नूर", उनके दिए ज़ख्मों ने..
हैरत की बात ये है ज़ख़्म तो हरे है ही, पर उसपे मोहब्बत के फूल नही खिल पाए है.
ये वक़्त है दिल के डूबने का और शाम के गहरे शाए हैं..
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