बारिश
बारिश की बरसती बूँदो ने ,
जब दस्तक दी दरवाज़े पर..
महशुश हुआ तुम आए हो..
अन्दाज़ तुम्हारे जैसा था..
हवा के हल्के झोंके की,
जब आहट पायी खिड़की पर ..
महसूस हुआ तुम गुजरे हो,
एहसास तुम्हारे जैसा था...
मैंने गिरती बूँदो को
रोकना चाहा हाथों पर
एक सर्द सा फिर एहसास हुआ
वो अक्श तुम्हारे जैसा था..
तन्हा में चला जब बारिश में
जब एक झोके ने साथ दिया..
मैं समझा तुम हो साथ मेरे
वो साथ तुम्हारे जैसा था...
😍😍😍😍😍
ReplyDeleteRawsome💘💘💘
ReplyDeleteHey Mr.Hasan ...... waiting for your new post ⏳⏳
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